जिंदगी में ज़रूरी है
शायद
संघर्ष करना,
वक़्त के, हालात के,
बहाव से लड़ना,
विरुद्ध दिशा में तैरना
जिद्द करना
अड़े रहना
पर
ना जाने क्यों
यूँ भी लगता है
है उतना ही ज़रूरी
ये जानना की कब
बिना लड़े, प्रश्न या शक किये,
खुद को सौंप देना
उस बहाव को
इस विश्वास के साथ की
वो जनता है हमसे बेहतर
हमारी मंजिल
शायद यही समर्पण है
Image Courtesy:
Flickr
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